tag:blogger.com,1999:blog-38907781369511104242024-03-08T03:49:16.035-08:00JINDAGINAMA [जिन्दगीनामा]जिंदगी की ये जिद है कि ख्वाब बन के उतरेगी,नींद अपनी जिद पर है कि वो इस जनम ना आएगी,
और
इन दो जिदों के साहिल पे मेरा आशियाना है ..........Unknownnoreply@blogger.comBlogger0125